Motivational Story
एक खूबसूरत लड़की की समझदारी की Motivational Story है! मै आशा करता हु की इससे आपको जरुर Motivation मिलेगा.
व्यापारी की खूबसूरत बेटी
एक बार एक छोटे से नगर का व्यापारी था,! उसके परिवार में 3 लोग थे,! वह उसकी पत्नी और उसकी बेटी! वह एक नया व्यापार करना चाहता था! पर उसके पास पूंजी कम था! तो वह अपने किसी करीबी से पैसे मांगने गया! तो उसने उसको पैसे देने से मना कर दिया! कि मेरे पास पैसे नहीं है! पर मैं तुमको एक सलाह देता हूं! पास के एक सेठ जी है! मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं!
उनसे पैसे दिला सकता हू! और वो उसको सेठ के पास लेगा!और उसके व्यापार के बारे में पूरी बात बताई! तो फिर सेठ जी पैसे देने के लिए तैयार हो गया! और उसे पैसे दे दिए कुछ 1 महीने के अंदर वापस करने की शर्त पर! अब यह व्यापारी पैसे लेकर वापस आ ही रहा था! कि रास्ते में कुछ गुंडे उससे पैसे छीन कर भाग गए! अब व्यापारि करता भी तो क्या करता खाली हाथ वापस घर आया.!
Motivational Story
Motivational Story
उस सेठ ने दुबारा से दिमाग लगाया और सर्त रखा! की चलो तुम फैसला नहीं कर पा रहे हो तो एक काम करते हैं!वहां जमीन पर कई सारे लाल और सफेद रंग के पत्थर के टुकड़े गिरे हुए थे! सेठ ने जमीन से तो पत्थर के टुकड़े उठाएं और बोला! अगर तुम्हारी लड़की लाल वाला पत्थर चुनती है! तो मैं पैसे लिए बिना चला जाऊंगा और शादी का प्रस्ताव भी छोड़ दूंगा! पर अगर वह सफेद चुनती है! तो तुमको कर्ज के बदले में इस लड़की की शादी मुझसे करनी होगी! सेठ उस पत्थर के टुकड़े को लड़की के पास लेकर गया! और बोला कि मेरे एक हाथ में लाल पत्थर है! और एक हाथ में सफेद तुम इनमें से एक चुनो! पर लड़की ने उस आदमी को पत्थर उठाते हुए देख लिया था!
उस आदमी के हाथ में दोनों ही सफेद पत्थर थे! अब वह लड़की सोचने लगी! अगर मैं सफेद पत्थर चुनती हूं तो इस सेठ से मुझे शादी करनी होगी! और अगर मैं सबको बता देती हूं! तो कर्ज वापस देना होगा! सोचते सोचते उसके दिमाग में एक आईडी आया!उसने उसके हाथ से एक पत्थर चुना और वापस उसको तुरंत जमीन पर गिरा दिया!
अब सब पूछने लगे कि तुमने कौन से रंग का पत्थर चुनो! तो उसने बोला कि जो रंग सेठ जी के हाथ में है!! उसके अलावा दूसरा रंग! क्योंकि दोनों हाथ में सफेद रंग का पत्थर ले रखा था! तो बचा हुआ पत्थर भी सफेद ही था जिसे उसे दिखाना पड़ा सबको! इसका मतलब यह कि लड़की ने जो पत्थर चुना वह लाल रंग का पत्थर था! और सेठ अब शर्त हार चुका था!अब उसे शादी का प्रस्ताव भी वापस लेना पड़ा! और कर्ज भी माफ करना पड़ा!
इस कहानी का तात्पर्य,
ऐसे ही दुविधा भरे हालात कई बार हमारे जीवन में आते हैं! तब हमारे लिए फैसला करना मुश्किल हो जाता है! कि कौन सा रास्ता चुने! तो हम धैर्य और समझ से विचार करके फैसला ले सकते हैं! जैसे कि उस लड़की ने किया.!!
धन्यवाद,!
0 Comments